इकबाल हुसैन उर्फ़ हसरत जयपुरी के जन्म जयपुर में 15 अप्रैल, 1918 के भइल| शायरी उनकरा अपने नाना फ़िदा हुसैन फ़िदा से विरासत में मिलल|
हसरत 1940 में मुंबई में आकर बस कंडकटर के नौकरी करे लगले| पृथ्वीराज कपूर कओनो मुशायरे में कविता ‘मजदूर की लाश’ पढ़ते सुनलन आउर उनकरा नाम राज कपूर के सुझावलन| राजकपूर आपन फिल्म बरसात में उनकरा के ‘जिया बेकरार’ गाने से पहिला ब्रेक देवलन जवन की काफी हिट रहल|
‘बरसात’ फिल्म के बाद ‘आह’, ‘अराउंड द वर्ल्ड’, ‘श्री 420’ आउर ‘मेरा नाम जोकर’ के गीत धूम मचा देहलस आउर शायर एक सफल गीतकार बन गइलन| मुंबई आवे से पहिले के आपन प्रेमिका ‘राधा’ खातिर लिखल पहला प्रेम पत्र संगम फिल्म के जान बन गइल|
जयपुरी के गीत, मुकेश के आवाज़ आउर राज कपूर के शख्सियत परदा पर जादू कर देत रहले| जवने शब्द के कहीं अस्तित्व ही ना रहले, ओहु शब्द के गीत में हसरत जयपुरी नया मायना दे देवत रहले|
1971 तक आरके बैनर मंडली राज कपूर, हसरत जयपुरी, शैलेन्द्र आउर शंकर जयकिशन बदस्तूर चलते रहले लेकिन शैलेन्द्र आउर जयकिशन के मृत्यु होवे पर हसरत जयपुरी के गहरा सदमा लागल आउर ओकरा बाद हसरत चुप्पी साध ले लेन|
काफी समय बाद राम तेरी गंगा मैली’ खातिर हसरत सुन साहिबा सुन गीत लिखलन|आउर फिर दस साल बाद उनकरा पास फिल्म हिना खातिर शीर्षक गीत लिखे के मौका आइल जवन की बेहद हिट रहल|17 सितम्बर 1999 में 77 साल के उम्र में हसरत दुनिया के अलविदा कह देहलन|